baglamukhi shabar mantra Secrets

बगलामुखी मूल मंत्र का जप करने से शत्रु का खतरा टल जाता है और भक्त आनंद से भर जाता है।

Positive aspects: This is the Baglamukhi mantra for enemy. It shields men and women from enemies by building problems and hurdles in the enemy’s path.

यदि आप माँ बगलामुखी साधना के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो नीचे दिये गए लेख पढ़ें –

oṃ hrīṃ bagalāmukhi! jagadvaśaṃkarī! māṃ bagale prasīda-prasīda mama sarva manorathāna pūraya-pūraya hrīṃ oṃ svāhā।

Using the graces of goddess Baglamukhi, you might feeling a wave of fine Power within your physique, making it possible for you to effortlessly complete your responsibilities.

यहाँ पर उल्लिखित शाबर मन्त्र के सम्बन्ध में अनुभवी साधकों का यह निष्कर्ष है कि यह परमशक्तिशाली मन्त्र है और इसका प्रयोग कभी निष्फल नहीं होता है। यह प्रबल बगलामुखी शत्रु विनाशक मंत्र है। इसका सिद्धि-विधान भी अत्यन्त ही सरल है। इसके लिए साधक को यह निर्देश है कि भगवती बगला की सम्यक् उपासना एवं उपचार के उपरान्त प्रतिदिन दो माला जप एक महीने तक करें। इतने अल्प समय और अल्प परिश्रम से ही यह मन्त्र अपना प्रभाव प्रकट करने लगता है।

देवी बगला, जिन्हें वल्गामुखी के नाम से भी जाना जाता है, को बगलामुखी मंत्र से सम्मानित किया जाता है। "बगला" एक कोर्ड (तंतु) को संदर्भित करता है जिसे जीभ की गति को नियंत्रित करने के लिए मुंह में रखा जाता है, जबकि मुखी, चेहरे के लिए बोला गया है। बगलामुखी मंत्र को एक क्रोधित देवी के रूप में दिखाया गया है, जो अपने दाहिने हाथ से गदा चलाती है, एक राक्षस को मारती है और उसकी जीभ को अपने बाएं हाथ से बाहर निकालती है। उनके मंत्र का जाप करने से साहस और आधिकारिक व्यक्तित्व का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:।

The Baglamukhi Mantra is beneficial for individuals who are having complicated examinations, conversations, and various identical occasions.

इन दो बगला-शाबर मन्त्रों के अतिरिक्त भी एक अन्य शाबर मंत्र गुरु-प्रसाद स्वरूप हमें प्राप्त हुआ था, जिसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूं। इस मन्त्र का विधान यह है कि सर्वप्रथम भगवती का पूजन करके इस मन्त्र का दस हजार की संख्या में जप करने हेतु संकल्पित होना click here चाहिए। तदोपरान्त एक निश्चित अवधि में जप पूर्ण करके एक हजार की संख्या में इसका हवन ‘मालकांगनी’ से करना चाहिए। तदोपरान्त तर्पण, मार्जन व ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। तर्पण गुड़ोदक से करें। इस प्रकार इस मन्त्र का अनुष्ठान पूर्ण होता है। फिर नित्य-प्रति एक माला इस मन्त्र की जपते रहना चाहिए। इस मन्त्र का प्रभाव भी अचूक है अतः निश्चित रूप से साधक के प्रत्येक अभीष्ट की पूर्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है

आन हरो मम संकट सारा, दुहाई कामरूप कामाख्या माई की।‘‘

Baglamukhi’s energy is claimed to get her magical attraction, to immobilize and strike the enemy. A different energy of Mahavidya Baglamukhi is to meet the wishes of devotees.

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।

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